आँख आना, जिसे आंखों की कंजक्टिवाइटिस भी कहा जाता है, एक ऐसी आँखी बीमारी है जिसमें आंख की कंजक्टिवा परत (जो आंख के सफेद भाग को ढँकती है) में सूजन या दर्द होता है। यह आमतौर पर एक आँख की प्राकृतिक संरचना में प्रतिरोधात्मक प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप विकसित होता है। इस स्थिति में, व्यक्ति आंखों की लालिमा, आंख की खुजली, आंख से पानी या गंदगी के निकलने, और आंख की सुखावट का अनुभव कर सकता है।
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आँख आना (कंजक्टिवाइटिस ) मतलब
आइए हम इस शब्द की गहराई पर ठीक से नजर डालें। “कंजक्टिवाइटिस” शब्द का उत्पादन हुआ है “कंजक्टिव” शब्द से, जो हमारी आँखों की एक प्रमुख परत होती है। इसके अलावा, “आना” शब्द का उपयोग किया जाता है जो हमें बताता है कि यह समस्या हमें किसी विशेष समय में अनुभव होती है। इसलिए, जब हम कहते हैं “आँख आना कंजक्टिवाइटिस,” हम वास्तव में इस समस्या के बारे में बात कर रहे हैं जब हमारी आँखों की परतों में कुछ असामान्य घटित हो रहा होता है।
जब हम आँखों की बात करते हैं, तो यहाँ तक की एक सरल सवाल भी हो सकता है। क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आपकी आँखों में कुछ गड़बड़ हो रही है? उदाहरण के लिए, क्या आपने कभी खुद को एक स्थिति में पाया है जहां आपकी आँखें बहुत ज्यादा चिपचिपी होने लगीं और आपको लगा कि शायद आपकी आँखों में कुछ बाहरी तत्व घुस गया है? यह संकेत किसी आम समस्या को दर्शा सकता है जिसे हम “आँख आना कंजक्टिवाइटिस” के नाम से जानते हैं।
अब यहाँ तक कि आप सोच रहे होंगे, “लेकिन इसका कारण क्या हो सकता है?” अभी तक, यह एक रहस्यमय समस्या बनी हुई है। हम अपने व्यापारिक भाषा में यह कह सकते हैं कि इसका एक मुख्य कारण हो सकता है आँखों में संक्रमण या एलर्जी। यह समस्या अक्सर मौसम के बदलाव के साथ जुड़ी होती है और यह अधिकतर लोगों में आम होती है।
कंजक्टिवाइटिस कई प्रकार की हो सकती है, जैसे कि वातावरणीय कंजक्टिवाइटिस, आँख की इनफेक्शन द्वारा होने वाली कंजक्टिवाइटिस, और धूल, धुंध, या धुएं के संपर्क में आने से होने वाली कंजक्टिवाइटिस। इन प्रकारों में, संक्रमण, एलर्जी, या वातावरणीय कारकों से आंखों की संरचना पर प्रतिक्रिया होती है, जिसके परिणामस्वरूप आंख की परत में सूजन या भारीपन का अनुभव हो सकता है।
इस बीमारी का संक्रमण सामान्यतः एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने द्वारा फैलता है, जैसे कि एक व्यक्ति की आंखों को छूने के बाद हाथ से दूसरी व्यक्ति की आंखों को छूना। इसलिए, अगर किसी व्यक्ति को कंजक्टिवाइटिस होता है, तो वह दूसरों से दूर रहकर, अपनी आंखों को साफ और स्वच्छ रखने का ध्यान रखना चाहिए।
आँख आना (कंजक्टिवाइटिस ) के लक्षण
हमारी आँखें हमारे द्वारा दुनिया को देखने और अनुभव करने का माध्यम हैं। यह सच है कि हमारे शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन कई बार हमारी आँखें किसी रोग या समस्या से प्रभावित हो सकती हैं, जिससे हमें असुविधा हो सकती है। इसी के तहत एक ऐसी रोग है “कंजक्टिवाइटिस” जिसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।
कंजक्टिवाइटिस आंखों की परत को प्रभावित करने वाली एक सामान्य रोग है, जिसमें आपकी आँखें सूज जाती हैं और लाल हो जाती हैं। यह एक आम समस्या है, जो धीरे-धीरे ठीक होती है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह गंभीर हो सकती है।
अब हम आपको कंजक्टिवाइटिस के 10 लक्षणों के बारे में बताएंगे, जो आपकी मदद करेंगे इसे पहचानने में।
- आंखों का लाल होना: कंजक्टिवाइटिस के एक प्रमुख लक्षण है कि आपकी आंखें लाल हो जाती हैं। यह लालिमा आंख की परतों के संक्रमण के कारण होती है।
- सूजन: कंजक्टिवाइटिस के कारण आपकी आंखों में सूजन भी हो सकती है। यह सूजन आपको असहज और असुविधाजनक महसूस करा सकती है।
- जलन या खारिश: कंजक्टिवाइटिस के संक्रमण के कारण आपको जलन या खारिश महसूस हो सकती है। यह आपकी आंखों को असहजता का अनुभव करा सकती है।
- आंखों से पानी या मांद गिरना: कंजक्टिवाइटिस के कारण आपकी आंखों से पानी या मांद गिर सकता है। यह आपको उबकाई की भावना दिला सकता है।
- दृष्टि में कमी: कंजक्टिवाइटिस से प्रभावित होने पर आपकी दृष्टि में कमी हो सकती है। आपको दूर की चीजें देखने में परेशानी हो सकती है।
- आंखों के पास खुजली: कंजक्टिवाइटिस के संक्रमण के बाद, आपको आंखों के आसपास खुजली महसूस हो सकती है। यह खुजली आपको तकलीफदेह महसूस करा सकती है।
- आंखों का गर्म होना: कंजक्टिवाइटिस के संक्रमण के कारण आपकी आंखें गर्म हो सकती हैं। यह आपको अस्वस्थ महसूस करा सकती है।
- आंखों की संवेदनशीलता: कंजक्टिवाइटिस के कारण आपकी आंखों की संवेदनशीलता बढ़ सकती है। आपको आसपास की चीजों से ज्यादा प्रभावित होने का अनुभव हो सकता है।
- आंखों का थकाना: कंजक्टिवाइटिस से प्रभावित होने पर आपकी आंखें जल्दी थक सकती हैं। आपको अधिक आराम और विश्राम की जरूरत महसूस हो सकती है।
- आंखों के पल्ले में सड़न: कंजक्टिवाइटिस से प्रभावित होने पर आपकी आंखों के पल्ले में सड़न हो सकता है। यह आपको उबकाई और तकलीफ का अनुभव करा सकता है।
अगर आपको लगता है कि आप कंजक्टिवाइटिस से प्रभावित हो सकते हैं, तो आपको तुरंत अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और उपचार के विकल्पों के बारे में आपको सलाह देंगे।
आँख आना (कंजक्टिवाइटिस ) का घरेलू उपचार
आपकी आँखों की सेहत का ध्यान रखना आवश्यकताओं में से एक है। कंजक्टिवाइटिस, जिसे हिंदी में “आँख आना” कहा जाता है, एक साधारण समस्या है जो आंखों की आंतरिक परत (कंजक्टिवा) की संक्रमण से होती है। यह समस्या जलन, खुजली, लालिमा, आंखों से पानी आना और आंखों की संवेदनशीलता के रूप में प्रकट हो सकती है।
आयुर्वेद में, कंजक्टिवाइटिस का इलाज करने के लिए कुछ प्राकृतिक घरेलू उपाय हैं। इन उपचारों का उपयोग करके आप अपनी आँखों को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं।
- गुलाब जल: गुलाब के फूलों से बना गुलाब जल आंखों की संवेदनशीलता को कम करने में मदद कर सकता है। आप एक कप पानी में कुछ देर गुलाब के फूलों को भिगो दें और फिर इस पानी को आंखों पर धीरे-धीरे दबाएं। इससे आपकी आंखों को आराम मिलेगा और आंतरिक परत के संक्रमण का संकेतमान कम होगा।
- आलू के टुकडे: आलू को पतले टुकड़ों में काटकर उन्हें आंखों पर रखने से कंजक्टिवाइटिस की समस्या में आराम मिल सकता है। आप इसे अपनी आंखों पर दस मिनट तक रख सकते हैं और फिर ध्यान से उसे हटा दें। आलू के काटस में मौजूद गुणों की वजह से, यह आंखों की संवेदनशीलता को कम करके आंतरिक परत के संक्रमण को ठंडक पहुंचा सकता है।
- तुलसी की पत्तियाँ: तुलसी की पत्तियों में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण आंखों के संक्रमण के खिलाफ लड़ाई कर सकते हैं। आप तुलसी की कुछ पत्तियों को पीसकर उनका रस निकालें और उसे आंखों पर लगाएं। यह आंतरिक परत के संक्रमण को कम करके आपकी आंखों को आराम पहुंचा सकता है।
इसके अलावा आप अपनी आंखों को नियमित रूप से गर्म पानी से धोएं। अपनी आंखों को स्वच्छ रखने के लिए कंजक्टिवाइटिस के लिए विशेष दवाओं का उपयोग करें।एलर्जी कारकों से बचने के लिए, धूप में बहुत समय बिताने से बचें और धूल और धुंध के संपर्क से बचें। आंखों को हाथ से छूने से बचें, विशेष रूप से जब आपके हाथ गंदे हों। आपको अपनी आंखों को साफ़ और स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्यपूर्ण आहार खाना चाहिए, जिसमें फल, सब्जी, और पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा शामिल हो।
यदि आपको आंखों में बहुत ज्यादा सूजन, भारीपन, या दर्द का अनुभव होता है, तो आपको तत्पर रहना चाहिए और तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। एक चिकित्सक सही तरीके से आपकी समस्या का मुख्य कारण निर्धारित कर सकेगा और उपयुक्त उपचार सुझा सकेगा।
यहाँ दिए गए उपायों को नियमित रूप से आवश्यकतानुसार अपनाने से आप आपकी आँखों की स्वास्थ्य सुनिश्चित कर सकते हैं। यदि आपकी समस्या बढ़ती है या अधिक समय तक बनी रहती है, तो एक विशेषज्ञ सलाह लेना सराहनीय होगा। इसके अलावा, आप आंखों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से स्वच्छता बनाए रखना और आंखों को धूप से बचाना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
अपनी आंखों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना अपने आम दिनचर्या में शामिल करने योग्य है, क्योंकि यह आपकी आंखों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। ध्यान दें और इन घरेलू उपचारों का उपयोग करके, आप आंख आना कंजक्टिवाइटिस से निपट सकते हैं और स्वस्थ आंखों का आनंद ले सकते हैं।
याद रखें, अपनी आंखों की देखभाल करना आपके स्वास्थ्य और सुख-शांति के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए, आपको आपकी आंखों की लालिमा और स्वस्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए उचित देखभाल करनी चाहिए।
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